लॉकडाउन से गांवों की ओर कामगारों का पलायन उत्तर प्रदेश की 16 नदियों के लिए बनेगा वरदान


लखनऊ । Lockdown due to Coronavirus : लॉकडाउन के कारण शहरी इलाकों से गांवों की ओर हुआ कामगारों का पलायन उत्तर प्रदेश के 39 जिलों से गुजरने वाली 16 नदियों के पुनरोद्धार के लिए वरदान साबित हो सकता है। लॉकडाउन के कारण शहरों से गांवों की ओर लौटे श्रमिक मनरेगा के तहत इन नदियों को सदानीरा बनाने में जुटेंगे। 


उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को 20 अप्रैल, 2020 के बाद कोरोना संक्रमण के कंटेनमेंट (हॉटस्पॉट) क्षेत्रों के बाहर मनरेगा के तहत काम शुरू करने का शासनादेश जारी कर दिया है। शासनादेश में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण शहरी क्षेत्रों से गांवों में लौटे श्रमिकों को मनरेगा के जॉबकार्ड मुहैया कराकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए। इसमें सिंचाई व जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।


सभी जिलाधिकारियों को जारी शासनादेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के 39 जिलों से गुजरने वाली 16 नदियों को पुनरोद्धार कार्य के लिए चुना गया है। चयनित नदियां जिलों की कई ग्राम पंचायतों से होकर गुजरती हैं, इसलिए मनरेगा के तहत उनके पुनरोद्धार के कार्य कराये जाते हैं।


 


ये हैं 16 नदियां


टेढ़ी, मनोरमा, पांडु, वरुणा, ससुर खदेरी, सई, गोमती, अरिल, मोरवा, मंदाकिनी, तमसा, नाद, कर्णावती, बान, सोत व काली पूर्वी।


ये हैं 39 जिले


बहराइच, गोंडा, बस्ती औरैया, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, प्रतापगढ़, फतेहपुर, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी, कौशांबी, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, लखनऊ, जौनपुर, लखीमपुरखीरी, सीतापुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, बरेली, चित्रकूट, अयोध्या, अंबेडकर नगर, मीरजापुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कासगंज व अमरोहा।


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